Pakistan Election Results: इमरान खान के समर्थन में निर्दलीय विधायकों ने अदालत में याचिका दाखिल की, चुनावी परिणामों को चुनौती दी
पाकिस्तान के हाल के चुनाव परिणामों ने राजनीतिक मंच को तेजी से गरमाया है। इस उपनिवेश में, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थित उम्मीदवारों ने चुनावी अभियान में कई सीटों पर विजय हासिल की है, लेकिन इसके साथ ही उच्च न्यायालय में धांधली के आरोपों की सूचना मिली है। इस चुनाव में प्रतिस्पर्धा के स्तर ने राजनीतिक माहौल को अधिक उत्तेजित किया है, और अब सरकार बनाने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
पाकिस्तान के चुनावी प्रक्रिया में तकनीकी गड़बड़ी के आरोप लगने के बावजूद, उम्मीदवारों ने नेतृत्व के साथ प्रतिस्पर्धा की है। इस्लामाबाद में मतगणना के तीसरे दिन के बाद भी कई सीटों के परिणाम घोषित नहीं हुए हैं, और यहां तक कि उच्च न्यायालय की ओर से धांधली के आरोप लगाए गए हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संबद्ध उम्मीदवारों ने इस तकनीकी गड़बड़ी के खिलाफ उच्च न्यायालय में रिट पेश किया है।
चुनावी प्रक्रिया के दौरान, पीटीआई के समर्थित उम्मीदवारों ने कई महत्वपूर्ण सीटों पर जीत हासिल की है। लाहौर के एक सीट पर शहबाज शरीफ और हमजा शहबाज जीत हासिल की हैं। इसके अलावा, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी के साथ चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने भी चुनाव के परिणामों को चुनौती दी है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) जैसी पार्टियों ने भी अपने-अपने स्थानों पर मजबूत उपस्थिति बनाई है। इन पार्टियों की सफलता ने राजनीतिक दृष्टि से पाकिस्तानी राजनीति को नए दिशानिर्देश दिए हैं।
सरकार बनाने के लिए, किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में बहुमत की आवश्यकता है। इसके लिए 336 सीटों में से 169 सीटों की आवश्यकता होती है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीटें भी शामिल हैं। मतगणना अब भी जारी है, और इस चुनावी दंगल में आगे की चरणों में क्या होता है, यह देखने के लिए लोगों की उत्सुकता बढ़ रही है।