पिछले सितंबर में, अमेरिकी उत्पादक Apple ने अपनी iPhone 15 सीरीज को भारतीय बाजार में लॉन्च किया था। इस सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro, और iPhone 15 Pro Max शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक मॉडल कई रंगीन स्टोरेज वेरिएंट्स के साथ उपलब्ध था। आईफोन 15 मॉडल में तीन स्टोरेज वेरिएंट्स (128GB, 256GB, और 512GB) उपलब्ध थे, और इसमें Apple का A16 Bionic चिपसेट था।
Flipkart ने 9 से 15 फरवरी के बीच ‘वैलेंटाइंस डे मोबाइल बोनांजा’ के दौरान iPhone 15 पर भारी डिस्काउंट पेश किया। इस बेहतरीन ऑफर के तहत, 128GB वेरिएंट को 66,999 रुपये में उपलब्ध किया जा रहा है, जिसमें 12,901 रुपये की छूट शामिल है। HDFC बैंक के कस्टमर्स अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अतिरिक्त 2,000 रुपये की छूट प्राप्त कर सकते हैं, जिससे iPhone 15 की कीमत 64,999 रुपये हो जाएगी।
इसके साथ ही, Citi Bank, HSBC, DBS, और Bank of Baroda के कस्टमर्स को अतिरिक्त 10% तक की छूट भी उपलब्ध है, जिसमें से डिस्काउंट 1,500 रुपये तक की हो सकती है। इससे आईफोन 15 की कीमत 63,499 रुपये होगी। इसके अलावा, Flipkart Axis Bank क्रेडिट कार्ड पर 3,300 रुपये का कैशबैक भी उपलब्ध है।
यह स्मार्टफोन विभिन्न रंगों में (ब्लू, पिंक, ग्रीन, येलो, और ब्लैक) उपलब्ध है, और इसमें 6.1 इंच सुपर रेटिना XDR OLED डिस्प्ले है जिसका पीक ब्राइटनेस लेवल 2,000 निट्स तक है। इसमें डायनामिक आइलैंड फीचर भी शामिल है। iPhone 15 में डुअल रियर कैमरा है जिसमें 48 मेगापिक्सेल का वाइड-एंगल कैमरा और 12 मेगापिक्सेल का सेंसर शामिल है, जबकि सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 12 मेगापिक्सेल का फ्रंट कैमरा उपलब्ध है।
Flipkart dons the perfect wingman cape and uses sneaky retargeting to drop suspiciously personal Valentine’s gifting hints! pic.twitter.com/pPaJBFtR0d
— Flipkart (@Flipkart) February 9, 2024
पिछले वर्ष, Apple ने भारत में दो रिटेल स्टोर्स खोले, जो अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। इसके अलावा, पिछले कुछ वर्षों में देश में iPhone की बिक्री में तेजी से वृद्धि हुई है। इस बार, Apple ने अपनी iPhone 15 सीरीज के स्मार्टफोन्स को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लॉन्च होने से पहले देश में उपलब्ध कराया, जो एक महत्वपूर्ण कदम है। इन स्मार्टफोन्स का निर्माण Apple के अधिकृत निर्माता Foxconn के चेन्नई संयंत्र में किया जा रहा है, और कंपनी ने अपने चीनी उत्पादन का बड़ा हिस्सा भारत में स्थानांतरित करने की योजना बनाई है।